mahatma gandhi poem in hindi | महात्मा गांधी कविता इन हिंदी
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mahatma gandhi poem in hindi | महात्मा गांधी कविता इन हिंदी |
mahatma gandhi poem in hindi, महात्मा गांधी कविता इन हिंदी
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, माननीय शिक्षक गण एवं मेरे प्यारे भाइयों एवं बहनों आज मैं गांधी जयंती के उपलक्ष पर आप सभी को उनके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बाते बताने जा रही हूं।
आया था एक नन्हा सा बालक
2 अक्टूबर को इस दुनिया में,
छोटे-छोटे हाथों में,
एक स्वतंत्र भारत का सौगात लिये।
13 वर्ष कि अवस्था में इनका
कस्तूरबा से ब्याह हुआ,
और आगे कि शिक्षा के लिये इनका
विदेश को गमन हुआ।
धीरे-धीरे फिर इनको
अपने भारत कि दुर्दशा दिखी,
कि कैसे अंग्रजों के आने से,
हमारा अपने ही देश में दमन हुआ।
बहुत हुआ अब अत्याचार,
अंग्रेजों को होने वाली अब कठिनाई थी।
साधारण सा था वो बालक,
पर इसने अपनी एक अलग ही पहचान बनाई थी।
अहिंसा था जिसका हथियार
और सत्य को जिसने अपनी राह चुना।
लोग प्यार से इन्हे बापू बुलाते
और महात्मा कि उपाधी भी इन्होने ही कमाइ थी।
एक व्यक्तित्व थे असाधारण से,
दुबली पतली सी जिनकी काया थी।
पर वह हिम्मत ही थी इनकी,
जिसने हमें आजादी दिलाया।
महापुरुष थे वे उस दौर के
और वे हर युग में कहलाएंगे।
जब-जब दुस्साहस करेगा दुश्मन,
तो हम भी इतिहास दोहराएंगे।
वो मोहन दास करमचंद गांधी थे
जो सदैव राषट्रपिता कहलाएंगे
और हर वर्ष इनका जन्मोत्सव हम
बड़े हर्षों-उल्लास के साथ मनाएंगे।
जय हिंद।
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